Tag: Nipun Joshi Vancouver Astrologer

लग्नेश की स्थिति कुंडली में _Astrologer Nipun _Joshi

लग्नेश की स्थिति कुंडली में – विस्तृत विश्लेषण 7 months ago

लग्नेश की स्थिति कुंडली में – विस्तृत विश्लेषण (Vedic Astrology) लग्नेश (Lagnesh) वह ग्रह होता है जो कुंडली के लग्न (Ascendant) के स्वामी ग्रह के रूप में कार्य करता है। इसकी स्थिति, भाव, राशि, और युति जीवन के …

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दशमांश कुंडली में लग्न (D10 Lagna) _Astrologer Nipun _Joshi

🔱 दशमांश कुंडली में लग्न (D10 Lagna) – वैदिक ज्योतिष में विस्तृत विश्लेषण 7 months ago

🔱 दशमांश कुंडली में लग्न (D10 Lagna) – वैदिक ज्योतिष में विस्तृत विश्लेषण (Lagna in Dashamsha Chart – Vedic Astrology) 🔯 दशमांश कुंडली (D10 Chart) क्या है? दशमांश कुंडली, जिसे D10 या Dashamsha Chart कहा जाता है, वैदिक …

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चंद्र आत्मकारक ग्रह – वैदिक ज्योतिष (जैमिनी पद्धति) में विस्तृत विश्लेषण_Astrologer Nipun _Joshi

🌙 चंद्र आत्मकारक ग्रह – वैदिक ज्योतिष (जैमिनी पद्धति) में विस्तृत विश्लेषण 7 months ago

🌙 चंद्र आत्मकारक ग्रह – वैदिक ज्योतिष (जैमिनी पद्धति) में विस्तृत विश्लेषण (Moon as Atmakaraka – Jaimini Astrology) 🔯 आत्मकारक ग्रह क्या होता है? आत्मकारक (Atmakaraka) वह ग्रह होता है जो जन्मकुंडली में सात चर ग्रहों (सूर्य से …

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वैदिक ज्योतिष में लग्नेश संपूर्ण विवेचना_Astrologer Nipun _Joshi

वैदिक ज्योतिष में लग्नेश – संपूर्ण विवेचना 7 months ago

वैदिक ज्योतिष में लग्नेश (Lagnesh) – संपूर्ण विवेचना लग्नेश (Lagnesh) वह ग्रह होता है जो कुंडली के लग्न (Ascendant / प्रथम भाव) की राशि का स्वामी होता है। यह ग्रह जातक के व्यक्तित्व, जीवन की दिशा, स्वास्थ्य, आत्मबल …

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शनि की महादशा के फल _Astrologer Nipun _Joshi

शनि की महादशा के फल – वैदिक ज्योतिष में विस्तृत विश्लेषण 7 months ago

शनि की महादशा के फल – वैदिक ज्योतिष में विस्तृत विश्लेषण शनि (Saturn) की महादशा (Shani Mahadasha) एक दीर्घकालिक और अत्यंत प्रभावशाली काल होता है जो व्यक्ति के जीवन में गहन परिवर्तन, कर्मिक परिणाम, और मानसिक परिपक्वता लाता …

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शनि आत्मकारक वैदिक ज्योतिष में विस्तृत व्याख्या _Astrologer Nipun _Joshi

शनि आत्मकारक - वैदिक ज्योतिष में विस्तृत व्याख्या 7 months ago

शनि आत्मकारक (Saturn as Atmakaraka) – वैदिक ज्योतिष में विस्तृत व्याख्या वैदिक ज्योतिष की जैमिनी पद्धति में आत्मकारक ग्रह (Atmakaraka) वह ग्रह होता है जो कुंडली में सबसे अधिक अंशों पर स्थित होता है। यह ग्रह आत्मा के …

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