🟡 बृहस्पति अष्टम भाव में (Jupiter in the 8th House) भाव स्वरूप: अष्टम भाव को “आयुष्य भाव”, “गुप्त रहस्य”, “परिवर्तन”, “विरासत”, “रोग-विपत्ति”, “गूढ़ ज्ञान”, और “गूढ़ शास्त्रों” का कारक माना जाता है। यह भाव जीवन के अनदेखे, अप्रत्याशित, …
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🟡 बृहस्पति अष्टम भाव में (Jupiter in the 8th House) भाव स्वरूप: अष्टम भाव को “आयुष्य भाव”, “गुप्त रहस्य”, “परिवर्तन”, “विरासत”, “रोग-विपत्ति”, “गूढ़ ज्ञान”, और “गूढ़ शास्त्रों” का कारक माना जाता है। यह भाव जीवन के अनदेखे, अप्रत्याशित, …
Read more🟡 बृहस्पति नवम भाव में (Jupiter in the 9th House) भाव स्वरूप: नवम भाव को “भाग्य भाव”, “धर्म भाव”, “गुरु भाव” और “विदेश यात्रा व उच्च शिक्षा भाव” भी कहा जाता है। यह भाव व्यक्ति के भाग्य, धर्म, …
Read more🟡🟩 बृहस्पति – बुध युति के फल (Jupiter – Mercury Conjunction in Vedic Astrology) यह युति “ज्ञान और तर्क”, “धर्म और बुद्धि”, “शास्त्र और व्यवहार” का संगम मानी जाती है। बृहस्पति (गुरु) और बुध (बुद्धि, संवाद) का मिलन …
Read more☀️🟡 बृहस्पति – सूर्य युति (Jupiter Sun Conjunction) के फल सूर्य + बृहस्पति की युति को “गुरु आदित्य योग” कहा जाता है। यह युति यदि शुभ भावों में हो, तो व्यक्ति को ज्ञान, नेतृत्व, धर्म, उच्च पद, और …
Read more🟡 बृहस्पति दशम भाव में (Jupiter in the 10th House) भाव का स्वरूप: दशम भाव को “कर्म भाव”, “व्यवसाय भाव”, और “राजकीय मान-सम्मान” का भाव कहा जाता है। यह जीवन में कर्म, कैरियर, पेशा, यश, शासन, प्रतिष्ठा, सामाजिक …
Read more🟡 बृहस्पति एकादश भाव में (Jupiter in 11th House) भाव अर्थ: एकादश भाव को “लाभ भाव”, “कामना पूर्ति भाव”, और “मित्रों का भाव” माना जाता है। यह भाव धन, लाभ, बड़े नेटवर्क, महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति, सामाजिक प्रतिष्ठा और …
Read more🟡 बृहस्पति की दृष्टियाँ और उनके विशेष शुभ फल बृहस्पति (Jupiter) वैदिक ज्योतिष में एकमात्र ग्रह है जिसे तीन विशेष दृष्टियाँ (Aspects) प्राप्त हैं: पंचम दृष्टि (5th aspect) सप्तम दृष्टि (7th aspect) नवम दृष्टि (9th aspect) इन दृष्टियों …
Read more🟡 बृहस्पति (Jupiter) कुंडली के द्वादश भाव में भाव अर्थ: द्वादश भाव को ‘व्यय भाव’ (12th House) कहते हैं। यह खर्च, विदेश, मोक्ष, ध्यान, हानि, त्याग, और परोपकार का सूचक होता है। 🌟 बृहस्पति – एक शुभ ग्रह …
Read moreगजकेसरी योग – क्यों है यह विशेष? गज (हाथी) + केसरी (सिंह) = राजसी, बलशाली, बुद्धिमान व्यक्तित्व का प्रतीक योग 🔱 1. ग्रहों का दिव्य मेल गजकेसरी योग चंद्रमा और बृहस्पति – दो सौम्य, शुभ, और मानसिक-आध्यात्मिक बल …
Read moreयह एक अत्यंत गूढ़ और सुंदर प्रश्न है: “ज्योतिष के माध्यम से यह कैसे देखें कि किसी से विवाह केवल इस जन्म का नहीं, बल्कि पूर्व-जन्मों का भी संबंध है?” वैदिक ज्योतिष में कुछ ऐसे संकेत (indicators) होते …
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