🪐 बुध ग्रह प्रथम भाव में — वैदिक ज्योतिष अनुसार (हिंदी में) प्रथम भाव (लग्न भाव) व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व, शरीर, सोच, आत्म-छवि और जीवन के मूल दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। जब बुध ग्रह — जो कि …
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🪐 बुध ग्रह प्रथम भाव में — वैदिक ज्योतिष अनुसार (हिंदी में) प्रथम भाव (लग्न भाव) व्यक्ति के स्वभाव, व्यक्तित्व, शरीर, सोच, आत्म-छवि और जीवन के मूल दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। जब बुध ग्रह — जो कि …
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🪐 बुध ग्रह तृतीय भाव में — वैदिक ज्योतिष अनुसार विस्तृत विश्लेषण (हिंदी में) तृतीय भाव (Third House) वैदिक ज्योतिष में साहस, संचार, पराक्रम, छोटे भाई-बहन, लेखन, यात्रा, प्रयास और कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। जब बुध ग्रह …
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🪐 बुध ग्रह छठे भाव में — Vedic Astrology Analysis in Hindi छठा भाव (षष्ठ भाव) वैदिक ज्योतिष में रोग, ऋण, शत्रु, सेवा, संघर्ष, प्रतियोगिता, दिनचर्या, और अनुशासन का प्रतिनिधित्व करता है। जब बुध ग्रह — जो कि …
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Uranus, Neptune और Pluto — ये तीनों बाह्य ग्रह (Outer Planets) आधुनिक खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण माने जाते हैं, लेकिन इनका स्थान वैदिक ज्योतिष (Vedic Astrology) में पारंपरिक रूप से नहीं रहा है। फिर भी आधुनिक वैदिक ज्योतिष …
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यह रहा बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर (14 मई 2025 से) का बारह लग्नों के अनुसार विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण – 🌟 बृहस्पति गोचर मिथुन में – 14 मई 2025 (Vedic Astrology अनुसार) 📅 गोचर विवरण: तिथि: 14 …
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शुक्र–बुध युति (Venus–Mercury Conjunction) – विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण (Shukra–Budh Yuti in Vedic Astrology) शुक्र (Venus) भोग, प्रेम, कला, सौंदर्य, ऐश्वर्य, संगीत और संबंधों का प्रतीक है, जबकि बुध (Mercury) बुद्धि, वाणी, तर्क, गणना, संवाद और व्यापार का कारक …
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चंद्र-बुध युति (Moon–Mercury Conjunction) – विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण (Chandra–Budh Yuti in Vedic Astrology) चंद्रमा मन, भावना, कल्पना, माता, और स्मृति का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं बुध बुद्धि, तर्कशक्ति, संवाद, वाणी, गणना और विश्लेषण का कारक है। जब ये …
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चंद्र-केतु युति – विस्तृत विश्लेषण (Moon–Ketu Conjunction in Vedic Astrology) चंद्रमा हमारे मन, भावना, स्मृति, माता और मानसिक स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं केतु आत्मज्ञान, अलगाव, रहस्य, और अतीत के कर्मों का कारक ग्रह है। जब ये …
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चंद्र ग्रह अष्टम भाव में – विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण (Moon in the 8th House – Vedic Astrology) चंद्र ग्रह मन, भावना, स्मृति, माता, सुरक्षा और मानसिक स्थिति का प्रतीक है। जब यह ग्रह कुंडली के अष्टम भाव में …
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लग्नेश की स्थिति अष्टम भाव में – विस्तृत ज्योतिषीय विश्लेषण (Lagnesh in 8th House – Vedic Astrology) जब लग्नेश (Lagnesh) कुंडली के अष्टम भाव (8th house) में स्थित होता है, तो यह स्थिति अत्यंत रहस्यमयी, परिवर्तनशील और गूढ़ …
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